Mukesh Bhairav  chia sẻ một  bưu kiện
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योगिनियां कहती है कि- "शत्रु एक व्यक्ति हो या शत्रु एक संगठन हो, उसको निचोड़ डालो! उसकी वो दुर्गति करो कि सात जन्मों तक वो याद रखे कि इस महापुरुष से मुझे कभी उलझना नहीं चाहिए था!"