ये विवादित बात हो गई। सबके अलग विचार हो सकते हैं। आपने किसी गुजराती को सुना जिसने ये कहा हो कि, गुजरात में रहना हो तो गुजराती सीखनी ही पड़ेगी। गुजरात में चौथी कक्षा से ही सभी बच्चे हिन्दी पढ़ते हैं, कोई हिन्दी विरोधी नहीं है।
ये विवादित बात हो गई। सबके अलग विचार हो सकते हैं। आपने किसी गुजराती को सुना जिसने ये कहा हो कि, गुजरात में रहना हो तो गुजराती सीखनी ही पड़ेगी। गुजरात में चौथी कक्षा से ही सभी बच्चे हिन्दी पढ़ते हैं, कोई हिन्दी विरोधी नहीं है।
