सिद्ध धर्म के अनुसार, Dussehra और राम-रावण की कथा हमें अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश देती है। राम का रावण पर विजय पाना केवल बाहरी युद्ध नहीं था, बल्कि यह आत्मिक बुराइयों, अहंकार और अज्ञानता पर जीत का प्रतीक है। सिद्ध धर्म में कहा गया है कि हर जीव में दिव्य शक्ति विद्यमान है, और सही साधना, अनुशासन और गुरु के मार्गदर्शन से हम अपने भीतर की रावण—अर्थात् लालच, क्रोध, अहंकार—को हराकर सत्य, धर्म और आत्म-साक्षात्कार की ओर बढ़ सकते हैं। इसलिए दशहरा सिर्फ़ बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार नहीं, बल्कि साधक के जीवन में आंतरिक विजय का प्रतीक भी है|

#SiddhaDharma #Dussehra #KaulantakPeeth #Durga #BhagwatiKurukulla #RamRavan


सिद्ध धर्म के अनुसार, Dussehra और राम-रावण की कथा हमें अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश देती है। राम का रावण पर विजय पाना केवल बाहरी युद्ध नहीं था, बल्कि यह आत्मिक बुराइयों, अहंकार और अज्ञानता पर जीत का प्रतीक है। सिद्ध धर्म में कहा गया है कि हर जीव में दिव्य शक्ति विद्यमान है, और सही साधना, अनुशासन और गुरु के मार्गदर्शन से हम अपने भीतर की रावण—अर्थात् लालच, क्रोध, अहंकार—को हराकर सत्य, धर्म और आत्म-साक्षात्कार की ओर बढ़ सकते हैं। इसलिए दशहरा सिर्फ़ बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार नहीं, बल्कि साधक के जीवन में आंतरिक विजय का प्रतीक भी है| #SiddhaDharma #Dussehra #KaulantakPeeth #Durga #BhagwatiKurukulla #RamRavan
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