देश के अंदर सबसे बड़ी साजिश का पर्दाफाश
गुजरात में गिरफ्तार आतंकियों के पास मिला रिसिन जहर मिला। इसे इंजेक्शन से खाने में या सांस के जरिये दिया जा सकता है। दुनिया में इसकी कोई दवा नहीं है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2020 में और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को 2013 में रिसिन जहर के जरिये जान से मारने की कोशिश की जा चुकी है। ओबामा को दो बार लिफाफों में यह जहर भेजा गया था। इस जहर को लिफाफे में खत पर पाउडर छिड़क कर भेजा गया था।
रिसिन आसानी से बनाया जा सकने वाला सफेद पाउडर है। इसे इंजेक्शन से, खाने में मिलाकर या सांस के जरिये दिया जा सकता है। सांस के जरिये इसे देने का तरीका सबसे खतरनाक माना जाता है, जिससे एक ही समय में ज्यादा लोगों को निशाना बनाया जा सकता है। इसकी चपेट में आने से किसी व्यक्ति की 48 से 72 घंटे में मौत हो सकती है। खास यह है कि दुनिया में अभी तक इसका कोई एंटीडोट या औषधि नहीं बनी है। अरंडी के बीज में जहरीला प्रोटीन रिसिन पाया जाता है।
रिसिन को खाना सबसे कम खतरनाक होता है। यदि सांस के जरिये शरीर में गया या फिर शरीर में इंजेक्ट कर दिया जाए तो इसका हजारवें हिस्से जितनी मात्रा भी घातक हो सकती है। एक आम इंसान को मारने के लिए महज 1.78 मिलीग्राम रासिन काफी है।
गुजरात ATS ने चीन से एमबीबीएस की डिग्री करने वाले एक डॉक्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर एक संदिग्ध आतंकी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। आरोपी डॉक्टर कथित तौर पर अत्यधिक घातक रासायनिक जहर ‘रिसिन’ तैयार कर रहा था और उसका आका इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) से जुड़ा हुआ है।
चीन से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने वाला सैयद एक बड़े आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए ‘रिसिन’ नाम का एक बेहद घातक ज़हर तैयार कर रहा था।
उसने ज़रूरी शोध शुरू कर दिया था, उपकरण और कच्चा माल जुटा लिया था और शुरुआती रासायनिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी।
#Gujarat #ATS #Terrorist #Ricin #Poison #scrolllink
गुजरात में गिरफ्तार आतंकियों के पास मिला रिसिन जहर मिला। इसे इंजेक्शन से खाने में या सांस के जरिये दिया जा सकता है। दुनिया में इसकी कोई दवा नहीं है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2020 में और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को 2013 में रिसिन जहर के जरिये जान से मारने की कोशिश की जा चुकी है। ओबामा को दो बार लिफाफों में यह जहर भेजा गया था। इस जहर को लिफाफे में खत पर पाउडर छिड़क कर भेजा गया था।
रिसिन आसानी से बनाया जा सकने वाला सफेद पाउडर है। इसे इंजेक्शन से, खाने में मिलाकर या सांस के जरिये दिया जा सकता है। सांस के जरिये इसे देने का तरीका सबसे खतरनाक माना जाता है, जिससे एक ही समय में ज्यादा लोगों को निशाना बनाया जा सकता है। इसकी चपेट में आने से किसी व्यक्ति की 48 से 72 घंटे में मौत हो सकती है। खास यह है कि दुनिया में अभी तक इसका कोई एंटीडोट या औषधि नहीं बनी है। अरंडी के बीज में जहरीला प्रोटीन रिसिन पाया जाता है।
रिसिन को खाना सबसे कम खतरनाक होता है। यदि सांस के जरिये शरीर में गया या फिर शरीर में इंजेक्ट कर दिया जाए तो इसका हजारवें हिस्से जितनी मात्रा भी घातक हो सकती है। एक आम इंसान को मारने के लिए महज 1.78 मिलीग्राम रासिन काफी है।
गुजरात ATS ने चीन से एमबीबीएस की डिग्री करने वाले एक डॉक्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर एक संदिग्ध आतंकी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। आरोपी डॉक्टर कथित तौर पर अत्यधिक घातक रासायनिक जहर ‘रिसिन’ तैयार कर रहा था और उसका आका इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) से जुड़ा हुआ है।
चीन से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने वाला सैयद एक बड़े आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए ‘रिसिन’ नाम का एक बेहद घातक ज़हर तैयार कर रहा था।
उसने ज़रूरी शोध शुरू कर दिया था, उपकरण और कच्चा माल जुटा लिया था और शुरुआती रासायनिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी।
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देश के अंदर सबसे बड़ी साजिश का पर्दाफाश
🔴गुजरात में गिरफ्तार आतंकियों के पास मिला रिसिन जहर मिला। इसे इंजेक्शन से खाने में या सांस के जरिये दिया जा सकता है। दुनिया में इसकी कोई दवा नहीं है।
🔴अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2020 में और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को 2013 में रिसिन जहर के जरिये जान से मारने की कोशिश की जा चुकी है। ओबामा को दो बार लिफाफों में यह जहर भेजा गया था। इस जहर को लिफाफे में खत पर पाउडर छिड़क कर भेजा गया था।
🔴रिसिन आसानी से बनाया जा सकने वाला सफेद पाउडर है। इसे इंजेक्शन से, खाने में मिलाकर या सांस के जरिये दिया जा सकता है। सांस के जरिये इसे देने का तरीका सबसे खतरनाक माना जाता है, जिससे एक ही समय में ज्यादा लोगों को निशाना बनाया जा सकता है। इसकी चपेट में आने से किसी व्यक्ति की 48 से 72 घंटे में मौत हो सकती है। खास यह है कि दुनिया में अभी तक इसका कोई एंटीडोट या औषधि नहीं बनी है। अरंडी के बीज में जहरीला प्रोटीन रिसिन पाया जाता है।
🔴रिसिन को खाना सबसे कम खतरनाक होता है। यदि सांस के जरिये शरीर में गया या फिर शरीर में इंजेक्ट कर दिया जाए तो इसका हजारवें हिस्से जितनी मात्रा भी घातक हो सकती है। एक आम इंसान को मारने के लिए महज 1.78 मिलीग्राम रासिन काफी है।
🔴गुजरात ATS ने चीन से एमबीबीएस की डिग्री करने वाले एक डॉक्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर एक संदिग्ध आतंकी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। आरोपी डॉक्टर कथित तौर पर अत्यधिक घातक रासायनिक जहर ‘रिसिन’ तैयार कर रहा था और उसका आका इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) से जुड़ा हुआ है।
🔴चीन से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने वाला सैयद एक बड़े आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए ‘रिसिन’ नाम का एक बेहद घातक ज़हर तैयार कर रहा था।
🔴उसने ज़रूरी शोध शुरू कर दिया था, उपकरण और कच्चा माल जुटा लिया था और शुरुआती रासायनिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी।
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