इंडियन एक्सप्रेस की इस रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि आजादी के 75 साल बाद भी भारतीय राजनीति में वंशवाद कितना है।
देख लीजिए ,आप जिस भी दल का समर्थन करते हैं, उसमें देशभर के सांसदों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों (MLC) में से कितनी सीटें नेता-पुत्रों और पुत्रियों के लिए आरक्षित हैं।
बिहार की क्षेत्रीय पार्टियों को लेकर भी यह रिपोर्ट बताती है । RJD के लगभग 42% मौजूदा विधायक राजनीतिक परिवारों से आते हैं - यानी हर दो में से एक विधायक किसी न किसी राजनीतिक परिवार से जुड़ा है। वहीं, JDU में यह अनुपात लगभग 34% है।
#congress #BJP #AAP #CPI #scrolllink #politics #nepotism
देख लीजिए ,आप जिस भी दल का समर्थन करते हैं, उसमें देशभर के सांसदों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों (MLC) में से कितनी सीटें नेता-पुत्रों और पुत्रियों के लिए आरक्षित हैं।
बिहार की क्षेत्रीय पार्टियों को लेकर भी यह रिपोर्ट बताती है । RJD के लगभग 42% मौजूदा विधायक राजनीतिक परिवारों से आते हैं - यानी हर दो में से एक विधायक किसी न किसी राजनीतिक परिवार से जुड़ा है। वहीं, JDU में यह अनुपात लगभग 34% है।
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इंडियन एक्सप्रेस की इस रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि आजादी के 75 साल बाद भी भारतीय राजनीति में वंशवाद कितना है।
देख लीजिए ,आप जिस भी दल का समर्थन करते हैं, उसमें देशभर के सांसदों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों (MLC) में से कितनी सीटें नेता-पुत्रों और पुत्रियों के लिए आरक्षित हैं।
बिहार की क्षेत्रीय पार्टियों को लेकर भी यह रिपोर्ट बताती है । RJD के लगभग 42% मौजूदा विधायक राजनीतिक परिवारों से आते हैं - यानी हर दो में से एक विधायक किसी न किसी राजनीतिक परिवार से जुड़ा है। वहीं, JDU में यह अनुपात लगभग 34% है।
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