• सवाल :- पहले मुर्गी आई या फिर अंडा ..?

    जैसा कि सब जानते है कि दलित अछूतों को पढ़ने लिखने का अधिकार अंबेडकर ने दिलाया था ,
    OK

    फिर अंबेडकर के बाप रामजी मालोजी सकपाल को पढ़ने लिखने का अधिकार किसने दिलवाया ,,
    क्या अंबेडकर ने टाइम ट्रैवल कर के बीते हुए कल में जाकर अपने पिता जी को शिक्षा का अधिकार दिलाया था ,
    या फिर अंबेडकर के बाद सकपाल जी ने अपनी पढ़ाई पूरी की थी ..?

    #scSt #dalit #BRambedkar #scrolllink
    सवाल :- पहले मुर्गी आई या फिर अंडा ..? जैसा कि सब जानते है कि दलित अछूतों को पढ़ने लिखने का अधिकार अंबेडकर ने दिलाया था , OK फिर अंबेडकर के बाप रामजी मालोजी सकपाल को पढ़ने लिखने का अधिकार किसने दिलवाया ,, क्या अंबेडकर ने टाइम ट्रैवल कर के बीते हुए कल में जाकर अपने पिता जी को शिक्षा का अधिकार दिलाया था , या फिर अंबेडकर के बाद सकपाल जी ने अपनी पढ़ाई पूरी की थी ..? #scSt #dalit #BRambedkar #scrolllink
    0 Commentaires 0 Parts 18 Vue 0 Aperçu
  • जज का नाम- एम.पी. पुरोहित

    कांड- शिकायकर्ता ने जूता उतारकर जज के ऊपर फेका

    नतीजा- चारों तरफ चुप्पी। सबके मुंह में टेप।

    कारण- जज सवर्ण समाज से। इसलिए जाति का मसाला नहीं।

    बौद्ध समाज से आने वाले CJI गवई जी पर दलित समाज के वक़ील ने जूता फेकने की कोशिश की तो देश में जातिवाद का नंगा नाच शुरू हो गया। हफ्तों डिबेग चली। लेकिन अहमदाबाद सिविल एवं सत्र अदालत में एक शिकायतकर्ता ने जज के फैसले से नाराज होकर उनपर जूता फेंक दिया। तब सब मौन।

    सोशल मीडिया का जमाना है। नेता से लेकर मीडिया तक सब एक्सपोज हो जाते हैं।

    #swaran #ScSt #law #court #scrolllink
    जज का नाम- एम.पी. पुरोहित कांड- शिकायकर्ता ने जूता उतारकर जज के ऊपर फेका नतीजा- चारों तरफ चुप्पी। सबके मुंह में टेप। कारण- जज सवर्ण समाज से। इसलिए जाति का मसाला नहीं। बौद्ध समाज से आने वाले CJI गवई जी पर दलित समाज के वक़ील ने जूता फेकने की कोशिश की तो देश में जातिवाद का नंगा नाच शुरू हो गया। हफ्तों डिबेग चली। लेकिन अहमदाबाद सिविल एवं सत्र अदालत में एक शिकायतकर्ता ने जज के फैसले से नाराज होकर उनपर जूता फेंक दिया। तब सब मौन। सोशल मीडिया का जमाना है। नेता से लेकर मीडिया तक सब एक्सपोज हो जाते हैं। #swaran #ScSt #law #court #scrolllink
    Like
    1
    0 Commentaires 0 Parts 35 Vue 0 Aperçu
  • सभी सवर्ण और ओबीसी समुदाय के भाई-बहन, ध्यान से सुनिए, ध्यान से सुनिए, यह SC/ST एक्ट और SC/ST लोग कितने खतरनाक हो गए हैं।

    अब ये इस भारत देश में किसी को जीने नहीं देंगे।

    अब सबको एकजुट होकर अपनी आवाज़ उठानी होगी। आज हमने अपना जाट भाई खो दिया है।

    सभी राजपूत, ब्राह्मण, जाट, गुर्जर, बनिया, कायस्थ, सभी भाई-बहन, एकजुट होकर इनका मुकाबला करो। अब यह एससी/एसटी एक्ट इस देश में ज़हर बन गया है।

    अगर अब आवाज़ नहीं उठाई तो इससे मारे जाओगे।

    #ScStAct #dalit #bheemate #neeland #neeleKabutar scrolllink
    सभी सवर्ण और ओबीसी समुदाय के भाई-बहन, ध्यान से सुनिए, ध्यान से सुनिए, यह SC/ST एक्ट और SC/ST लोग कितने खतरनाक हो गए हैं। अब ये इस भारत देश में किसी को जीने नहीं देंगे। अब सबको एकजुट होकर अपनी आवाज़ उठानी होगी। आज हमने अपना जाट भाई खो दिया है। सभी राजपूत, ब्राह्मण, जाट, गुर्जर, बनिया, कायस्थ, सभी भाई-बहन, एकजुट होकर इनका मुकाबला करो। अब यह एससी/एसटी एक्ट इस देश में ज़हर बन गया है। अगर अब आवाज़ नहीं उठाई तो इससे मारे जाओगे। #ScStAct #dalit #bheemate #neeland #neeleKabutar scrolllink
    0 Commentaires 0 Parts 42 Vue 0 Aperçu
  • लोकतंत्र में संवैधानिक अधिकार महत्वपूर्ण होता है जोलोग अधिकार केलिए वोट देते है उनकी सब सुनते है देश में केवल सवर्ण आयोग नहीं है बाकी हर जाती धर्म का आयोग है अपना अधिकार सभी मांगते है एक समाज को मजबूत करना दूसरे को कमजोर का क्या मतलब लोकतंत्र में किसी का विशेष अधिकार नहीं होता

    #hindutva #SwaranAyog #AntiSCst
    लोकतंत्र में संवैधानिक अधिकार महत्वपूर्ण होता है जोलोग अधिकार केलिए वोट देते है उनकी सब सुनते है देश में केवल सवर्ण आयोग नहीं है बाकी हर जाती धर्म का आयोग है अपना अधिकार सभी मांगते है एक समाज को मजबूत करना दूसरे को कमजोर का क्या मतलब लोकतंत्र में किसी का विशेष अधिकार नहीं होता #hindutva #SwaranAyog #AntiSCst
    Haha
    1
    0 Commentaires 0 Parts 27 Vue 0 Aperçu
  • जब सवर्ण कहते हैं कि आरक्षण का विरोध करेंगे?
    भाजपा कहती है तुम हिंदू एकता के विरोधी हो?

    जब सवर्ण कहते हैं SCSTACT का विरोध करेंगे?
    भाजपा कहती है तुम हिंदू एकता के विरोधी हो?

    जब सवर्ण कहते हैं मंडल कमीशन का विरोध करेंगे?
    भाजपा कहती है तुम हिंदू एकता के विरोधी हो?

    जब सवर्ण कहते हैं कि महाजन रिपोर्ट का विरोध करेंगे?
    भाजपा कहती है तुम हिंदू एकता के विरोधी हो?

    सामान्य वर्ग को छोड़कर OBC/SC/ST अल्पसंख्यकों की बात करने बाली भाजपा ने कौन सी हिंदुत्व एकता मजबूत करने की पहल की है?

    जब भाजपा का हिंदुत्व सवर्ण के बिना OBC/SC/ST अल्पसंख्यक में तो सवर्ण अपने हक अधिकारों की बात करके कैसे हिंदुत्व एकता को कमजोर कर सकते हैं?

    लेकिन सवर्ण भाजपा के हिंदू एकता में हैं ही नहीं?

    भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी हिंदू एकता में केवल OBC/SC/ST और अल्पसंख्यक हैं।

    #OBC #SC #ST #hindu #madhyaPradesh
    जब सवर्ण कहते हैं कि आरक्षण का विरोध करेंगे? भाजपा कहती है तुम हिंदू एकता के विरोधी हो? जब सवर्ण कहते हैं SCSTACT का विरोध करेंगे? भाजपा कहती है तुम हिंदू एकता के विरोधी हो? जब सवर्ण कहते हैं मंडल कमीशन का विरोध करेंगे? भाजपा कहती है तुम हिंदू एकता के विरोधी हो? जब सवर्ण कहते हैं कि महाजन रिपोर्ट का विरोध करेंगे? भाजपा कहती है तुम हिंदू एकता के विरोधी हो? सामान्य वर्ग को छोड़कर OBC/SC/ST अल्पसंख्यकों की बात करने बाली भाजपा ने कौन सी हिंदुत्व एकता मजबूत करने की पहल की है? जब भाजपा का हिंदुत्व सवर्ण के बिना OBC/SC/ST अल्पसंख्यक में तो सवर्ण अपने हक अधिकारों की बात करके कैसे हिंदुत्व एकता को कमजोर कर सकते हैं? लेकिन सवर्ण भाजपा के हिंदू एकता में हैं ही नहीं? भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी हिंदू एकता में केवल OBC/SC/ST और अल्पसंख्यक हैं। #OBC #SC #ST #hindu #madhyaPradesh
    0 Commentaires 0 Parts 19 Vue 0 Aperçu
  • हुत बड़ी खबर

    जिस दलित IPS पूरन ने आत्महत्या की, उसकी रिश्वतखोरी की जांच कर रहे अधिकारी ने भी आत्महत्या कर ली है।

    जांच अधिकारी संदीप लाठर ने बेहद चौंकाने बाले खुलासे किए हैं।

    संदीप ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट में लिखा कि...

    IPS पूरन जबरन वसूली और रिश्वत लिया करते थे, यहां तक कि वह पुलिस अधिकारियों से भी वसूली किया करते थे, जाति के नाम पर सबको प्रताड़ित और धमकी दिया करते थे।

    कहते थे मेरा साला MLA है, मेरी पत्नी IAS है मेरे परिवार के सदस्य SCST आयोग में हैं, मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता है।

    पूरन ने ही सबको SCSTACT की धमकी और अपने पॉवर की धमकी देकर सबका उत्पीड़न किया, उनके साथ कोई जातिगत भेदभाव नहीं किया गया।

    पूरन ने तब आत्महत्या की, जब उनकी रिश्वत की करतूत वीडियो में कैद हो गई।

    सोंचकर देखिए, पिछले कुछ दिनों से IPS पूरन की आत्महत्या को जिस तरह से जातिगत राजनीति की हवा दी गई उससे आज एक ईमानदार अधिकारी को अपनी जान देकर कीमत चुकानी पड़ी।

    देश में दलित की राजनीति पता नहीं कहां किस गर्त में लेकर जाएगी, बहुत दुःखी हूं।

    #ScStAct #chochan #bhrasht
    हुत बड़ी खबर 🔥 जिस दलित IPS पूरन ने आत्महत्या की, उसकी रिश्वतखोरी की जांच कर रहे अधिकारी ने भी आत्महत्या कर ली है। जांच अधिकारी संदीप लाठर ने बेहद चौंकाने बाले खुलासे किए हैं। संदीप ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट में लिखा कि... IPS पूरन जबरन वसूली और रिश्वत लिया करते थे, यहां तक कि वह पुलिस अधिकारियों से भी वसूली किया करते थे, जाति के नाम पर सबको प्रताड़ित और धमकी दिया करते थे। कहते थे मेरा साला MLA है, मेरी पत्नी IAS है मेरे परिवार के सदस्य SCST आयोग में हैं, मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता है। पूरन ने ही सबको SCSTACT की धमकी और अपने पॉवर की धमकी देकर सबका उत्पीड़न किया, उनके साथ कोई जातिगत भेदभाव नहीं किया गया। पूरन ने तब आत्महत्या की, जब उनकी रिश्वत की करतूत वीडियो में कैद हो गई। सोंचकर देखिए, पिछले कुछ दिनों से IPS पूरन की आत्महत्या को जिस तरह से जातिगत राजनीति की हवा दी गई उससे आज एक ईमानदार अधिकारी को अपनी जान देकर कीमत चुकानी पड़ी। देश में दलित की राजनीति पता नहीं कहां किस गर्त में लेकर जाएगी, बहुत दुःखी हूं। #ScStAct #chochan #bhrasht
    Sad
    1
    0 Commentaires 0 Parts 26 Vue 0 Aperçu
  • If you thought that was enough, see this

    #scstAct #scrolllink #news
    If you thought that was enough, see this👇 #scstAct #scrolllink #news
    Like
    Angry
    2
    0 Commentaires 1 Parts 35 Vue 0 Aperçu
  • एडवोकेट अनिल मिश्रा का यह बयान आज की तथाकथित विचारधारा पर सीधा प्रहार है। उन्होंने कहा — “मूर्ति के विरोधी की मूर्ति का विरोध करना गलत कैसे हो गया? पंडित हूँ, किसी से नहीं डरता हूँ। गलत का विरोध करने की इजाजत हमें संविधान देता है।”
    यह वक्तव्य उस समाज पर सवाल उठाता है जो खुद को "मूर्तिपूजक विरोधी" बताता है लेकिन अपने विचारधारा के प्रतीकों की मूर्तियाँ स्थापित करता है। अगर किसी व्यक्ति को किसी विचार या मूर्ति का विरोध करने का अधिकार नहीं होगा, तो अभिव्यक्ति की आज़ादी का क्या अर्थ रह जाएगा?
    अनिल मिश्रा का यह कहना न केवल साहस का प्रतीक है बल्कि यह भी दर्शाता है कि विरोध करना अपराध नहीं, बल्कि लोकतंत्र की पहचान है। संविधान हर नागरिक को गलत के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार देता है — और यही असली संविधान की आत्मा है।

    #sambidhan #scstAct #Bheemate #neelchatte #neelaand
    एडवोकेट अनिल मिश्रा का यह बयान आज की तथाकथित विचारधारा पर सीधा प्रहार है। उन्होंने कहा — “मूर्ति के विरोधी की मूर्ति का विरोध करना गलत कैसे हो गया? पंडित हूँ, किसी से नहीं डरता हूँ। गलत का विरोध करने की इजाजत हमें संविधान देता है।” यह वक्तव्य उस समाज पर सवाल उठाता है जो खुद को "मूर्तिपूजक विरोधी" बताता है लेकिन अपने विचारधारा के प्रतीकों की मूर्तियाँ स्थापित करता है। अगर किसी व्यक्ति को किसी विचार या मूर्ति का विरोध करने का अधिकार नहीं होगा, तो अभिव्यक्ति की आज़ादी का क्या अर्थ रह जाएगा? अनिल मिश्रा का यह कहना न केवल साहस का प्रतीक है बल्कि यह भी दर्शाता है कि विरोध करना अपराध नहीं, बल्कि लोकतंत्र की पहचान है। संविधान हर नागरिक को गलत के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार देता है — और यही असली संविधान की आत्मा है। #sambidhan #scstAct #Bheemate #neelchatte #neelaand
    Like
    2
    0 Commentaires 0 Parts 247 Vue 0 Aperçu