Atualizações recentes
  • ॥ अथ श्री कौलान्तक नाथ स्तुतिः ॥

    नित्यं सिद्धेश्वरं, महारहस्यकारणं, योगिजन वंदितं । प्रचण्डचंडरुपिणं शिवांशरूपं प्रणम्यं सदैवं ॥

    त्वं विराटातिविराटं, त्वं कौतुकानन्द स्वरूपं । रागलयादिकरणं, शिवांशरूपं प्रणम्यं सदैवं ॥

    ईशपुत्रोत्वं. परिपूर्णरूपं, सकल अवतारादि वंदितं ।

    शिखरपुरुषोनमस्तुभ्यं, शिवांशरूपं प्रणम्यं सदैवं ॥


    अघोरेश्वरं, ब्रह्माण्डरूपं, पापादि बंध मोचनं । सर्वकलाधारिणे, शिवांशरूपं प्रणम्यं सदैवं ॥

    महाहिमालयेश्वरं, आनन्द रासादिकारणं । भक्तानन्द प्रदायकं, शिवांशरूपं प्रणम्यं सदैवं ॥

    सर्वदा सर्वकुलनायकं, सर्व सिद्धिप्रदायकं । अक्षरपुरुष, शिवांशरूपं प्रणम्यं सदैवं ॥

    अप्सरादिवंदितं, भैरवीकुलनायकं । ममप्रेमकरणं, शिवांशरूपं प्रणम्यं सदैवं ।

    ॥ इति श्री महाभैरवी मृगाक्षी कृत श्री कौलान्तक नाथ महास्तुतिः सम्पूर्ण ॥
    Love
    2
    0 Comentários 0 Compartilhamentos 60 Visualizações 0 Anterior
  • धधक रही है ज्वाला
    हाथों में ले कर भाला
    चहुँ ओर कलियुग काला
    ईशपुत्र भैरव तू जाग
    चीर अँधेरा कर उजियाला!
    धधक रही है ज्वाला
    धधक रही है ज्वाला

    रण के हाथी घोड़े छोड़
    विकृत हृदय के बंध तोड़
    मानव को झकझोर
    मचा धर्म का शोर
    हाहाकारी भैरव जाग
    कुचल विधर्मी नाग
    षड़यंत्रों को तोड़
    मृत्यु भय को छोड़
    किसी से न डर
    युद्ध कर युद्ध कर
    दबोच कलियुग काला
    धधक रही है ज्वाला
    हाथों में ले कर भाला
    चहुँ ओर कलियुग काला
    ईशपुत्र भैरव तू जाग
    चीर अँधेरा कर उजियाला!
    धधक रही है ज्वाला
    धधक रही है ज्वाला
    -Yogini R Nath

    #Ishaputra #MahasiddhaIshaputra #MahayogiSatyendraNath #IshaputraBhajan #HimalayanMahasiddha #SiddhaDharma #KulantNath #KaulantakNath #iloveishaputra #scrolllink
    Love
    2
    0 Comentários 0 Compartilhamentos 66 Visualizações 0 Anterior
  • तोड़ कर घमंड वो, तप करे प्रचंड वो,
    रूप से है चण्ड जो, ईशपुत्र-ईशपुत्र!
    हिमालय है काम्पता, काल भी है हाँफता,
    पर्वत कदम से नापता, ईशपुत्र-ईशपुत्र!
    दिशाएं सनसना रही, प्रचंड शीत आ रही,
    श्वास भी कराह रही, ईशपुत्र-ईशपुत्र!

    कौन योगी है तू? कौन देवता?
    कौन विकट रूप है? मनुष्य बन के बैठा?
    तुझे कौन जानता है? कौन मानता?
    पुकारती है ये धरा,
    ईशपुत्र-ईशपुत्र! ईशपुत्र-ईशपुत्र!
    ईशपुत्र-ईशपुत्र! ईशपुत्र-ईशपुत्र!
    -Yogini R Nath

    #Ishaputra #MahasiddhaIshaputra #MahayogiSatyendraNath #IshaputraBhajan #HimalayanMahasiddha #SiddhaDharma #KulantNath #KaulantakNath #iloveishaputra #scrolllink
    Love
    wow
    5
    1 Comentários 0 Compartilhamentos 56 Visualizações 0 Anterior
Mais stories